साथियों, जब भी हम सोलर पैनल का सिस्टम खरीदने जाते है तो उसमे हम उसमे सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी, सोलर स्टैंड आदि को मुख्य रूप से खरीदते है |
लेकिन कई लोग सोलर पैनल सिस्टम में बैटरी, सोलर पैनल, इन्वर्टर आदि तो खरीद लेते है लेकिन वे सोलर स्टैंड नहीं खरीदते है क्योंकी इसके लिए लोग अतिरिक्त पैसा खर्चना नहीं चाहते है तथा जुगाड़ से सरिये या और लोहे के उपकरणों से स्टैंड बनाकर वेल्डिंग करके सोलर पैनल को उस पर टिका देते है |
जिससे बाद में उनके जुगाड़ से लगाये हुए स्टैंड बारिश, आंधी, तथा तूफान में टूटकर उड़ जाते है तथा उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है | क्योंकी सोलर पैनल सिस्टम सोलर स्टैंड उस पुरे सिस्टम की धड़कन होता है | क्योंकी पुरे सोलर पैनल उसी स्टैंड पर टिके होते है | तथा सोलर पैनल की लाइफ, सोलर स्टैंड के उपर निर्भर करती है |
इसलिए आपको किस प्रकार के सोलर स्टैंड खरीदने चाहिए, ये हम आपको आज इस आर्टिकल में बताने वाले है | तथा सोलर स्टेंड कितने प्रकार के होते है यह भी बात करने वाले है |
रूफ टॉप सोलर स्टैंड
घरों की छतों पर लगने वाले सोलर स्टैंड को रूफ टॉप सोलर स्टैंड कहते है | यह एक नार्मल सोलर स्टैंड होता है जिसे घर की छत पर लगाने के लिए पर्याप्त जगह की आवश्यकता होती है |
हाई राइज सोलर स्टैंड
यह एक सुपर स्ट्रक्चर की तरह होते है | यह नार्मल स्ट्रक्चर से थोड़े उंचाई पर बनाये जाते है | इन्हें उन जगहों पर लगाया जाता है जहाँ पर छत पर जगह या स्पेस कम होता है | जैसे काफी लोगो के घरो पर पानी की टंकी तथा कई अन्य सामान रखे होते है इसलिए हाई राइज सोलर स्टैंड का उपयोग किया जाता है |
कई जगहों पर हाई राइज सोलर स्टैंड का उपयोग गाडियों की पार्किंग बनाने में किया जाता है | जिससे वहाँ पर पार्किंग भी बन जाती है तथा सोलर पैनल भी लगा दिए जाते है | जैसे कॉलेज, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, तथा बड़ी – बड़ी कंपनियों में इस प्रकार हाई राइज सोलर स्टैंड का उपयोग किया जाता है |
टिन शेड सोलर स्टैंड
ये सोलर स्टैंड कई फेक्ट्रियों तथा गाँवो में कई कच्चे तथा पक्के मकानों पर लगाये गए टिन शेड के उपर लगाये जाते है | तथा ये सोलर स्टैंड टिन शेड पर लगाने के अनुकूल ही बने हुए आते है |
टू ( दो ) रो सोलर स्टैंड
यह सोलर स्टैंड दो रॉ में बने हुए आते है | जिससे छत पर जगह को कम घेरते है | ( जैसा कि नीचे फोटो में दर्शाया गया है | )
वॉल माउंटेन्ड सोलर स्टैंड
यह उन जगहों पर लगाया जाता है जहाँ पर लोगो के घरो की छतों पर स्पेस नही होता है | तथा ये सोलर स्टैंड दीवार पर लगाये जाते है | अगर आपके घर की छत पर जगह नहीं है तो आप वॉल माउन्टेन्ड सोलर स्टैंड का उपयोग कर सकते है |
लेकिन इस सोलर स्टैंड को कुछ कंडीशन्स होने पर ही लगाया जाता है |
जैसे अगर आपके घर की दीवार अगर साउथ फेसिंग होनी चाहिए क्योंकी सोलर पैनल की दिशा साउथ फेसिंग होती है |

आपके घर की दीवार छायारहित होनी चाहिए | ऐसा न हो कि किसी दुसरे के घर की छाया आपके घर की दीवार पर पड़ती हो तथा आप वहाँ पर सोलर पैनल लगा रहे है |
तीसरी शर्त यह है कि आपके घर की दीवार किसी गली में न हो नहीं तो गली में पुरे दिन सूरज की रौशनी नही पहुँच पाती है तथा पॉवर जनरेशन नहीं होगा |
वॉल माउन्टेन्ड सोलर स्टैंड के फायदे
अगर यह कंडीशंस आपके घर के आस है तो आप इसे आसानी से लगा सकते है तथा इसमें ज्यादा खर्चा भी नहीं आता है | क्योंकी ये वजन में हलके होते है |
इनका इंस्टालेशन भी जल्दी हो जाता है | तथा सिविल का खर्चा भी बच जाता है | जैसे अगर आप छत पर सोलर पैनल लगाते है तो उसमे वापस स्टैंड के लेग पर सीमेंट कंक्रीट से उसे मजबूत करना पड़ता है |
लेकिन दीवार पर सोलर पैनल लगाने के लिए सिर्फ आपको दीवार में हेमर से छेद करके स्टैंड उसमे फिट करना है तथा सोलर पैनल आपको लगा देने है | इस तरह आप इसे खुद भी इनस्टॉल कर सकते है |
जब भी आप सोलर पैनल सिस्टम ख़रीदने जाए, तो यह ध्यान रखे कि सोलर स्टैंड हमेशा GI ( गेल्वेनाइज्ड आयरन ) का होना चाहिए |
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