2 साल की खोजबीन के बाद बनाई पानी पताशे की पुडिया बनाने की मशीन बनती है 1 बार में 3500 पुडिया

भारत एक जुगाड़ का देश है जहा एक से बढ़कर एक जुगाड़ देखने को मिल जायेंगे ऐसा ही जुगाड़ बनाया है काफी रिसर्च के बाद बड़ी सादड़ी के रहने वाले बसंती लाल भोई जो एक से बढ़कर एक जुगाड़ बनाते आ रहे है जेसी समस्या आप बताओगे कुछ रिसर्च कर आपको उसका संमाधान निकाल दे देंगे बसंती लाल जी, किसी ने बोला इस प्रकार की मशीन बनाओ जिसमे कई सारी एक साथ पुडिया बन जाये दो वर्ष की रिसर्च के बाद निकाल दिखाया समाधान !!

क्या आपने पानी पताशे / पानी पुड़ी / गोल गप्पे खाए शाम को जब भी बाजार में निकलता हु सडक किनारे कई सारी लारियों पर बच्चे, बुढे, जवान लड़के – लडकिया गोल गप्पेगप्पे खाती हुई दिख जाती है आप खा कर मस्त हो जाते है कभी सोचा आपने यह पुडिया केसे बनती है ! इसे बनाए के लिए कई सारी तकनिकी का उपयोग किया जाता है ! आइये देखते है कुछ प्रकिया

लोई तैयार करना

सबसे पहले पुडिया बनाने के लिए आटा व सूजी को मिक्स कर लेते है और पानी के साथ अच्छी तरह से गुंथा जाता है साथ थोडा खाद्य तेल के साथ अची तरह से आते को गूँथ कर के छोटी – छोटी लोइया (गुंथे हुए आटे की छोटी – छोटी गोलिया ) बना ली जाती है फिर इन गोलिया की बहुत सारे तरीके के साथ पुड़िया बनाई जाती है आइये देखते है पोराणिक से लेकर आधुनिक तरीके :

बेलन चकला द्वारा

पुडिया बनाने के लिए सबसे पुराना तरीका बेलन व चकले की सहायता से पुडिया बनाई जाती है इस तरीके से एक एक करके लोइ को चकले के उपर रखकर फिर धीरे धीरे बेलन की सहायता से फेलाई जाती है फिर तेल में तल कर निकली जाती है यह तरीका सबसे पुराना है इसमें मजदुर की जरुरत काफी ज्यादा रहती है यानि की अगर आपको 4000 पुडिया बनानी है तो आपको 4 से 5 मजदुर लगाने पड़ेंगे और काफी सारा समय वेस्ट होगा बहुत सारी जगह मेने देखा है की सुअभ में जल्दी 3 बजे उठकर फिर पुडिया बनाटे है और दिन में फिर बेचने जाते है इसमें साली और पैसा दोनों ज्यादा लगते है !!

एकल पुड़ी मशीन द्वारा

धीरे धीरे लोग जुगाड़ लगते जाते है और तकनिकी में बदलाव लाते है पहले एक एक कर बेलन चकले पर पुडिया फेलाकर बनानी पड़ती थी अब आई मशीन लेकिन कुछ कमी रह गई इसमें भी बेलन को तो नहीं चलाना है लेकिन दो – दो एक साथ पुड़ी दबकर बन जाती है हा थोडा समय बचाना शुरू हुआ जल्दी जल्दी कम होने लगा लेकिन फिर भी समय व् मजदूरी को तो बचाने की आप सोचते ही होंगे तो फिर आपके लिए तैयार है वह भी !!

आधुनिक पुड़ी मशीन ( 1 बार में 3500 )

तो परेशान है आप भी पानी पताशे की पुडिया बनाने की मजदूरी व् समय से तो आपके लिए लेकर आये बड़ी सादड़ी से बसंती लाल जी भोई जो बनाती है 1 ही बार में 3500 से भी ज्यादा पुडिया इस मशीन ने आपके 5 मजदूरो के काम को अकेले ने ले लिया है इस मशीन को एक अकेला व्यक्ति चलाकर १ घंटे में 3500 से भी ज्यादा पुडिया तैयार कर सकता है आइये केसे उपयोग में लेते है इस मशीन को !!

केसे चलाये

सबसे पहले आपको आटे व सूजी को पानी व खाद्य तेल के साथ गुंथकर अची तरह से लोइया ( गुंथे हुए आटे की छोटी छोटी गोलिया ) तैयार कर लेंगे !!अब इस मशीन के साथ में आपको मिलेगा 12 स्लाइड 24 उपर रखने के पालीथीन पेपर अब आपको एक स्लाइड को लेना है इसके उपर पोलीथिन पेपर रखिए अब पोलीथिन पेपर पर आटे की गोलिया को रखना है गोलिया को एक एक करके कतार से रखना है इस तरह आप एक स्लाइड पर 70 आटे की गोलिया रख सकते है अब गोलियों पर आप पोलीथिन पेपर रख दीजिये !

अब पुनः आपको इसके उपर स्लाइड रखनी फिर पोलीथिन पेपर फिर आपको 70 आटे की गोलिया फिर पोलीथिन पेपर व् फिर स्लाइड इस तरह राउंड चलते रहंगे आप ऐसे ही एक बार में 50 स्लाइड रख सकते है यानि की एक स्लाइड में 70 और 50 स्लाइड कुल मिलाकर 3500 आटे की गोटीया एक साथ रख सकते है अब मशीन के उपर एक हेंडल दिखाई देगा उसको गुमाकर बेस प्लेट से दाब प्लेट को उपर और उठाये और सभी स्लाइड को बेस प्लेट पर रखकर फिर नुल हेंडल को गुमाये अब आप देखेंगे की सभी पुडिया पर एक ही बार में दब जाती है और बन जाती है !!

अब सारी स्लाइड को बाहर निकाल लेंगे और उपर से स्लाइड हटाकर हर एक की उपर वाली पोलीथिन पेपर हटा देंगे और अब तुरंत आपको तेल में नही तलनी कम से कम १ घंटे रुककर फिर आपको तलना है बहुत ही शानदार पुडिया फूली हुई मिलेगी आपको इस तरह आप बना सकते है एक साथ 3500 पुडिया इतना हि आप अगर इससे भी ज्यादा बनाना चाहते है तो भी बना सकते है लेकिन उसके लिए आपको आवश्यकतानुसार बड़ी मशीन बनवानी पड़ेगी !!

मशीन के फायदे

वेसे तो इस मशीन के काफ़ी फायदे सामने देखने को मिल रहे है लेकिन आइये कुछ फायदे देखते है

समय की बचत – सबसे बड़ी दिक्कत आती है समय किसी के पास हे ही नही सब चाहते है 10 घंटे का काम 5 घन्टे में हो 5 का 1 घंटे में और १ का १ मिनट में यह मशीन आपके 4 व्यक्ति जितना समय में काम करेगी उतना यह अकेली ही कर लेगी !!

धन की बचत – पहले से पानी पुड़ी का होलसेल का धन्धा फिर मजदूरी का इतना खर्च तो यह मशीन बच्येगी अओके एक ही बार में 4 मजदूरी का खर्च !!

मजदुर की बचत – पहले से मजदूरो की कमी आज के समय में कोन इस प्रकार की मजदूरी करने के लिए तैयार है यह मशीन आपके चार आदमी का कार्य अकेली करेगी !!

मशीन का कीमत व सर्विस

सबसे पहले सबसे बड़ा सवाल यही आता है की इस मशीन को खरीदने के लिए कितनी कीमत चुकानी पड़ेगी तो ज्यादा नही आपोको सिर्फ 14000 रु देने है अगर आप घर बेठे मंगवाते है तो ट्रांसपोर्ट का खर्च अलग से हो सकता है !! अगर सर्विस की बात करे तो इसमें सिर्फ जो नुत लगा हुआ होता है उस पर हर 10 दिन के अन्दर आयल कर देना है !!

इस तरह बसंती लाल जी आधुनिक ज़माने में यह मशीन लाकर सबके लिए फायदा पहुँचाया है आपको यह पोस्ट केसा लगा हमे कमेन्ट करे और ज्यादा से ज्यादा शेयर करे !! धन्यवाद

जय भारत !! जय राजस्थान !! जय सीयाराम !!

गमेर सिंह राणावत

ठि- खिम सिंह जी का खेड़ा (राज)

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