मोनोक्रिस्टलाइन (Monocrystalline) Vs पॉलीक्रिस्टलाइन (Polycrystalline)

Which Solar Panel is Perfect for Home with Monocrystalline or Polycrystalline

अगर आप 10  किलोवाट सोलर पैनल लगवाते है तो आप 1450 पेड़ या 26445 किलो कोयला प्रति वर्ष बचाते है ।। 

आज के वर्तमान समय में सबसे बड़ी समस्या झेलनी पड़ती है ग्रामीण परिवार के घरों में बिजली की कटौती और शहरी क्षेत्र में बिजली के बिल से सभी परेशान इस समस्या के लिए ग्रामीण परिवार में बैटरी व इन्वर्टर का उपयोग कर बिजली की कटौती से बचते है लेकिन जब 2 से 3 दिन बिजली की कटौती रहती है तब बैटरी भी अपना काम करना बंद कर देती है क्योंकि उसे चार्ज करने के लिए कोई बिजली उपलब्ध होती ही नही ।। इसका समाधान वर्तमान में 1 ही दिखाई देता है सोलर एनर्जी यहां पर अगर आप सोलर एनर्जी उपयोग में लेते है आप कई सारे पौधों का जीवन बचा लेते है क्योंकि बिजली बनाने के लिए कोयले का उपयोग किया जाता है और कोयले बनाने के लिए लाखो पेडों की कटाई की जाती है यानी कि अगर आप 10 किलोवाट सोलर पैनल लगवाते है तो आप 1450 पेड़ या 26445 किलो कोयला प्रति वर्ष बचाते है ।। इसलिए हमें हरित एनर्जी की तरफ कदम बढ़ाना है ।। आइये आज जानते है सोलर पैनल की टेक्नोलॉजी के बारे में

  1. मोनोक्रिस्टलाइन (Monocrystalline)
  2. पॉलीक्रिस्टलाइन (Polycrystalline)

मोनोक्रिस्टलाइन (Monocrystalline)

इस टेक्नोलॉजी के सोलर पेनल सबसे बढ़िया क्वालिटी के माने जाते है ।। यह सोलर पैनल पोली सोलर पैनल से कही ज्यादा बिजली पैदा करने वाले होते है जहाँ पर आप 4 सोलर पैनल पोली के लगाते है वही पर आपको मोनो टेक्नोलॉजी वाले सोलर पैनल 3 ही लगाने होते है इसलिए बाजारों में मोनो क्रिस्टलाइन अधिक मात्रा में लोग पसंद कर रहे है!! आइये इसकी पहचान कैसे करते है :

  • इस प्रकार के सोलर पैनल के सेल का कलर काला कलर होता है
  • मोनो सोलर पैनल के सेल का आकार अष्टकोणीय होता है यानी कि सेल के चारो कोने कटे हुए दिखाई देते है
  • यह पोली सोलर पैनल से थोड़े महंगे सोलर पैनल होते है
  • इस प्रकार के सोलर पैनल की efficiency 21 % तक होती है
  • इन पैनल की बाजार कीमत की बात करते है तो 25 रु से 35 रु तक प्रति वाट के हिसाब से मिलते है ।।
  • मोनो सोलर पैनल बादलो व कम धूप में भी अच्छी तरह से काम करते है ।।

  • मोनो सोलर पैनल के सेल्स सबसे शुद्ध सिलिकॉन से बनाए हुए होते है यह सूरज की रोशनी को – ऊर्जा में बदलने के लिए काफी सक्षम होते है

पॉलीक्रिस्टलाइन (Polycrystalline)


पोली सोलर पैनल सबसे सस्ते सोलर पैनल होते है जो बाजार में अधिकतर देखने को मिलते है यह सोलर पैनल अलग अलग क्रिस्टल को मिलाकर बनाया जाता है इसलिए इसे मल्टी क्रिस्टल सोलर पैनल भी कहा जाता है ।। आइये इसकी पहचान कैसे करते है :

  • इसकी पहचान में देखा जाए तो कलर हल्का नीला दिखाई देता है आकर की बात करे तो चतुष्कोणीय सेल होते है
  • इस प्रकार के सोलर पैनल छोटे से लेकर बड़े बड़े प्रोजेक्ट में उपयोग में लिए जाते है
  • यह सोलर पैनल कम धूप व बादलो में थोड़े कम बिजली पैदा करते है
  • इस प्रकार के सोलर पैनल की efficiency 17 % तक होती है
  • इन पैनल की बाजार कीमत 20 रु से लेकर 25 रु प्रति वाट से आपको मिल जाते है ।।
  • पोली सोलर पैनल जब मोनो सोलर शुद्ध सिलिकॉन से बनाये जाते है उसके बचे हुए दूसरे नंबर पर सिलिकॉन से बनाये जाते है वैसे तो इतना फर्क नही आता है लेकिन मोनो व पोली सोलर पैनल में काफी फर्क देखने को मिलता है यह सोलर पैनल मोनो से थोड़ा कम बिजली पैदा करता है
  • यह हल्की धूप व बारिश के दिनों में बादल के समय मे बिजली कम पैदा करते है लेकिन आप जब बड़े बड़े प्रोजेक्ट लगते है तब आपको ऐसा कोई देखने को नही मिलता है क्योंकि वह पर मोनो क्रिस्टेलाइन व पोली क्रिस्टेलाइन सोलर पैनल के बजट में काफी फर्क देखने को मिलता है इसलिए आप अपनी जरूरत के अनुसार मोनो क्रिस्टेलाइन व पोली क्रिस्टेलाइन सोलर पैनल खरीद सकते है ।।

जब आप 1 साथ भारी मात्रा में जेसे 10 किलोवाट से भी ज्यादा खरीदते है तब आपको इन सोलर पैनल पर भारी छूट देखने को मिलते है ।। लेकिन जब आप 1 या 2 किलोवाट की मात्रा में या 1 पैनल खरीदते है तो आपको थोड़ा ज्यादा कीमत देना होता है ।।


सोलर पैनल खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें


जब आप बाजार में सोलर पैनल खरीदने निकल जाते है लेकिन यह नही पता रहता है कि कौनसे सोलर पैनल हमारे लिए अच्छे रहेंगे हम दुकान पर जाकर यह पूछ लेते है कौनसा पैनल सबसे अच्छा है दुकानदार के पास जो पैनल उपलब्ध होगा उसकी वह पूरी तरह बड़ाई करके अपने को थोप देगा लेकिन बाद में पता चलर है कि यह वाला पैनल तो सबसे घटियां सोलर पैनल है ।। आइये कुछ महत्वपूर्ण बिंदु पर नजर डालते है ।।

  • सोलर पैनल की ब्रांड की पहचान करना जब आप सोलर पैनल के ऊपरी भाग में देखेंगे तो आपको कही पर तो चिपके हुए स्टिकर पर ब्रांड का नाम दिखाई देगा और कही पर पूरी तरह प्रिंट किया हुआ दिखाई देगा जिस मॉडल पर स्टिकर चिपका हुआ दिखाई देता है वह खुद की ब्रांड का न होकर किसी ओर के सस्ते पैनल पर अपनी ब्रांड का स्टिकर चिपका रहता है जब आप देखेंगे कि संहि ब्रांड वाले सोलर पैनल पर ग्लास के अंदर पूरी तरह से ब्रांड का नाम छपा हुआ रहता है ।।
  • सस्ते के पिछे न भागे – आजकल लोगो की यह सबसे बड़ी खराब आदत बन गई है कि जब भी दुकान पट जाते है ससे सस्ता व बढ़िया मॉडल कोनसा है जबकि उनको यह नही पता रहता है कि सबसे सस्ता कैसे सबसे बढ़िया हो सकता है इसलिए हमें इतना सस्ता भी नही लेना है जो कुछ समय मे काम करना बंद कर दे ।।
  • दुसरो के यहाँ लगे सोलर पैनल का अवलोकन :- जब हम ऑनलाइन कोई वस्तु खरीदते है तो सबसे पहले उसके रिव्यु की ओर नजर डालते है ओर इसे देखकर यह पता लगा देते है कि इसे कितने लोगों ने पसन्द किया अहैबोर यह कितना सफल है इसी तरह जब हम किसी दुकान से सोलर पैनल खरीदने जाते है तो हमे पड़ोसी के यहाँ लगे सोलर पैनल का जाकर अवलोकन कर लेना चाहिए कि यह कैसा परफॉर्मेंस देता है और क्या यह सफल है ।।

आज के इस ब्लॉग से आपने जाना है कि मोनो सोलर पैनल व पोली सोलर पैनल में क्या फर्क आता है और 1 सोलर पैनल खरीदते वक्त हमे किन किन बातों का ध्यान रखना अनिवार्य होता है ।। मुझे पूरी तरह विश्वास है कि यह ब्लॉग आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ होगा ।। तो आपका फर्ज बनता है इस ब्लॉग को चारों ओर शेयर करना और फैलाना ।।
जय भारत !! जय राजस्थान !! जय सिया राम !!

कोनसा सोलर पेनल सही रहता है मोनो या पोली

12 Comments

  1. Ashutoshsays:

    सर मिनी सोयाबीन ऑयल मशीन के बारे में बताएं । जो अधिक मात्रा में ऑयल निकले

    1. जी जरुर आने वाले ब्लोग में बताया जायेगा बहुत ही जल्द आप इसे ही बने रहे और अपने सुझाव पोस्ट करते रहे धन्यवाद

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