MC 4 Connector : सोलर में यह नही लगाया तो जल सकता है पूरा सोलर सिस्टम

MC 4 कनेक्टर क्या होता है तथा इसे लगाने का सही तरीका क्या है ?

साथियों, जब भी हम सोलर सिस्टम खरीदने जाते है, तो हमारा ध्यान इन्ही चीजो पर केन्द्रित होता है कि हम कौनसी टेक्नोलॉजी का सोलर पैनल ले रहे है, कौनसी ब्रांड की बैटरी  तथा इन्वर्टर ले रहे है | इसके बाद में जहाँ से हमें जहाँ से सबसे कम कीमत में हमे सोलर पैनल मिल रहा होता है, हम वहां से सोलर पैनल खरीद लेते है |  कम कीमत में जिस भी डीलर से आपने प्रोडक्ट ख़रीदा है तो उनमे तो तो प्राइज की कटौती नहीं हो सकती है लेकिन वह उसके साथ आने वाली एसेसिरिज में आपको प्राइज की कटौती करके आपको सस्ता सोलर सिस्टम दिया जाता है | 

यानि एसेसिरिज में प्राइज की कटौती करके जैसे लाइटिंग अर्रेस्टर, अर्थिंग, व अन्य एसेसिरिज  में प्राइज की कटौती होती है या कुछ कंपोनेंट को स्किप कर दिया जाता है | जिससे स्टार्टिंग के समय तो हमें सोलर सिस्टम में कोई भी प्रॉब्लम नहीं आती है, लेकिन समय के साथ जब भी कभी शोर्ट सर्किट होता है तो पूरा सिस्टम ही जल जाता है | 

यानि  सोलर सिस्टम के प्रॉपर इंस्टाल नहीं होने के कारण ये सारी प्रॉब्लम आती है | इसीलिए आज हम आर्टिकल में जाने वाले है कि MC 4 कनेक्टर के बारे में पूरी जानकारी जानने वाले है, कि कैसे MC 4 कनेक्टर का प्रॉपर इंस्टालेशन किया जाता है तथा इन्हें लगाना क्यों जरुरी हो जाता है | 

क्योकि 3 किलोवाट से कम के सोलर सिस्टम में ज्यादातर केस में MC 4 कनेक्टर को या तो नहीं लगाया जाता है या इन्हें प्रॉपर नहीं लगाया जाता जाता है | जिस वजह इन्हें लगाने का कोई बेनिफिट नहीं मिल पाता है | 

तो आइये जानते है कि MC 4 कनेक्टर के बारे में | 

MC 4 कनेक्टर क्या होता है ?    

                                              MC 4 कनेक्टर को सोलर सिस्टम में वायर को जॉइंट करने के लिए काम में लिया जाता है | इसके दो भाग होते है पहला फीमेल कनेक्टर होता है तथा दूसरा मेल कनेक्टर होता है | 

मेल कनेक्टर को पॉजिटिव वायर के साथ जोड़ने के लिए काम में लिया जाता है | तथा फीमेल कनेक्टर को नेगेटीव वायर के साथ जोड़ने के लिए काम में लेते है | 

यदि इस MC 4 कनेक्टर को ओपन करते है तो इसमें हमे एक कनेक्टिंग प्लेट मिलती है | इसको थिम्बन या फेरुल कनेक्टिंग प्लेट भी बोला जाता है | इसमें छोटी कनेक्टिंग  प्लेट फीमेल कनेक्टर में तथा बड़ी  कनेक्टिंग प्लेट  मेल कनेक्टर में होती है | 

MC 4 कनेक्टर IP 67 तथा IP 68 रेटिंग आते है जिनकी प्राइज 20 से 25 रुपये से स्टार्ट हो जाती है | हम जिस क्वालिटी का खरीदते है उतनी ही ज्यादा कीमत हमें देनी होती है | 

MC 4 कनेक्टर लगाने का सही तरीका क्या है ?

                                                                       इसके लिए सबसे पहले हमें कुछ टूल्स की आवश्यकता पड़ती है जिसमे पहला होता है MC 4 क्रिम्पिंग टूल | यह हर इंस्टालर के पास होना चाहिए जिससे वो MC 4 कनेक्टर को सही तरीके से इनस्टॉल कर पाए | 

इसके बाद आपके पास में MC 4 SPANNER होने चाहिए जिन्हें MC 4 कनेक्टर को पीछे से टाइट करने के लिए प्रयोग किया जाता है | तथा इनसे जॉइंट को कन्नेक्ट तथा डिसकनेक्ट भी कर सकते है | हाथ से MC 4 कनेक्टर को टाइट करने पर वे पूरी तरह से टाइट नहीं हो पाते है जिसके कारण इन्हें यूज़ किया जाता है | 

इसके बाद वायर आपके पास वायर कटर होना चाहिए जिससे आप वायर को छिल सके | 

कनेक्शन कैसे करना है ? 

                                          अगर आप MC 4 कनेक्टर की वायर को प्लायर की मदद से टाइट करते है तो यह सही से टाइट नहीं हो पाती है | इसके लिए आपको MC 4 क्रिम्पिंग टूल को यूज़ करना है |  

इसके लिए आप सबसे पहले वायर को आधा इंच तक छिल ले | इसके बाद रेड वायर को हमें हमेशा पॉजिटिव साइड के लिए ही यूज़ करना होता है | इसके बाद MC 4 क्रिम्पिंग टूल में तीन साइज़ दी होती है जैसे 2 mm, 4 mm, तथा 6 mm आदि | आपके पास जिस भी साइज़ का वायर हो आप उस होल में उस वायर को डाल कर कनेक्टिंग प्लेट को वायर में डाल ले तथा क्रिम्पिंग टूल को इतना दबाए कि वह वायर को अच्छी तरह से टाइट कर दे | इस तरह वायर को अच्छी तरह से कनेक्टिंग प्लेट में टाइट कर पाएंगे | 

इसके बाद आपको यही प्रोसेस नेगेटिव वायर के लिए भी करनी है | 

इसके बाद आपको MC 4 कनेक्टर की कैप को ओपन करके उसमे कनेक्टिंग प्लेट के साथ जुड़े हुए वायर को डाल लेना है | इसके बाद आप इसे स्पेनर की मदद से टाइट कर दीजिये | जब तक क्लिक का साउंड आता है तब तक आपको इसे टाइट कर देना है | 

इसके बाद यही प्रोसेस आपको नेगेटिव वाले वायर के MC कनेक्टर के लिए भी करनी है | क्रिम्पिंग टूल में कनेक्टिंग प्लेट को लगाकर वायर को उसमे डाल देना है तथा इसके बाद क्रिम्पिंग टूल को नार्मल दबा देना है जिससे यह भी टाइट हो जायेगा | 

इसके बाद दोनों कनेक्टर को आपस में जोड़ देना है, इसके बबाद हम इन्हें कितना भी खिचेंगे तो ये बाहर नहीं आने वाले है |

इसके बाद कभी हमें MC 4 कनेक्टर को कभी खोलना भी पड़ जाये तो तो हम उन्हें टेस्टर या हाथ की मदद से नहीं बल्कि स्पेनर की मदद से खोलेंगे क्योकि हाथ या टेस्टर से खोलने पर MC 4 कनेक्टर के वायर टूट सकते है | स्पेनर में इन्हें खोलने के लिए इसके बेक साइड में माउंट मिलते है जिससे इन्हें आसानी से खोल सकते है | 

MC 4 कनेक्टर लगाने के फायदे क्या क्या है ?    

                                                                    इसमें MC 4 कनेक्टर लगाने का सबसे बड़ा बेनिफिट यही होता है कि इसमें कनेक्शन के गलत होने के चांस काफी कम हो जाते है | यानि कि MC 4 कनेक्टर लगाने से हमें यह पता रहता है कि हमने कौनसा वायर कहाँ कनेक्ट किया है | वही अगर हम MC 4 कनेक्टर नहीं लगाते है तो हमें यह भी पता नहीं रहता है  कि हमने कौनसा वायर कहा पर कनेक्ट किया है जिससे कभी कभी शोर्ट सर्किट भी हो सकता है | तो यह MC 4 कनेक्टर को लगाने का सबसे बड़ा बेनिफिट हो जाता है |

MC कनेक्टर लगाने का दूसरा फायदा यह है, कि इसकी मदद से किसी भी वायर को कनेक्ट तथा डिस्कनेक्ट करना काफी आसान हो जाता है | अगर हम नार्मल कनेक्शन करते है तो हमे एक वायर को खोलना काफी मुस्किल हो जाता है खास कर तब जब पूरा सिस्टम चल रहा हो | लेकिन MC 4 कनेक्टर लगाने के बाद डिस्कनेक्ट करना काफी आसान प्रक्रिया हो जाती है | 

इसका तीसरा फायदा यह है कि हमारा जितना भी कनेक्शन होता है वह पूरा एक्यूरेट होता है तथा काफी आसान हो जाता है | यही कारण है कि काफी सारे लोग अपने सोलर सिस्टम का इंस्टालेशन खुद ही कर लेते है | क्योकि यहाँ पर उन्हें वायरिंग की ज्यादा झंझट नहीं रहती है | क्योकि MC 4 कनेक्टर की मदद से यह प्रोसेस काफी आसान हो जाती है | 

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