Lightning Arrester क्या है ? सोलर पैनल व घरो पर बिजली गिरने से को कैसे बचाए…..

@techmewadi

How does a lightning arrester work | Where is lightning arrester placed | advantages of lightning arrester


क्या आसमान से गिरने वाली बिजली हमारे घर तथा सोलर पैनल पर गिरती है ? क्या आसमान की तड़ित हमारे सोलर पैनल को नष्ट कर सकती है ? लाइटिंग अर्रेस्टर क्या होता है ? इन सभी सवालों के जवाब के बारे में इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे |


, सोलर पैनल एक इलेक्ट्रोनिक उपकरणों वाला सिस्टम होता है | तो जाहिर सी बात है कि इस पर भी बिजली गिरती है तथा इसे नष्ट ककर सकती है तथा इसके साथ आपके घर को भी नुकसान पहुँचा सकती है | इससे बचने के लिए हम सोलर पैनल के साथ लाइटिंग अर्रेस्टर को लगाते है | यह हमारे घर तथा सोलर पैनल को बिजली गिरने से होने वाले नुकसान से बचाता है |


तो आइये, लाइटिंग अर्रेस्टर तथा आसमान से गिरने वाली बिजली के बारे में विस्तार से जानते है | तथा कैसे हम सोलर पैनल को बिजली गिरने से बचा सकते है |

आसमान से बिजली गिरने की प्रक्रिया ?


आसमान से गिरने वाली बिजली को वैज्ञानिक भाषा में तड़ित कहा जाता है | आसमान से तड़ित के गिरने की प्रोसेस को समजने के लिए हमें साइंस का एक छोटा सा कॉन्सेप्ट समझना होगा |


कोई भी पदार्थं चाहे वह लोहे का हो या प्लास्टिक का वह छोटे छोटे सूक्ष्म कण जिन्हें केवल सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखा जा सकता है | इन्हें हम परमाणु या एटम कहते है | एटम तीन कणों से मिलकर बना होता है | प्रोटोन ( +पॉजिटिव चार्ज ), न्यूट्रॉन (कोई चार्ज नहीं ), इलेक्ट्रोन( नेगेटिव -चार्ज ) | इन तीनों के कारण परमाणु या एटम का पूरा चार्ज जीरो या शून्य हो जाता है | यही कारण होता है जब हम किसी सामान्य अवस्था में पड़ी चीज को हाथ लगाते है तो हमें करंट नहीं लगता है | लेकिन जब हम किसी चीज को एक दुसरे के संपर्क में लाते है, तो उनके चार्ज एक दुसरे के साथ बदल जाते है | इसीलिए जब हम कंघी को हमारे सर में रगड़कर कागज के टुकड़े के पास लाते है तो कागज कंघी पर चिपक जाता है | इसका कारण यह है कि जब हम हमारे बालो में कंघी रगड़ते है बालो में इलेक्ट्रोन ट्रान्सफर हो जाते है |


यही कॉन्सेप्ट बादलों में होता है | बादलों में बहुत सारी पानी की बुँदे होती है | जब बादल एक दुसरे के साथ टकराते है तो इलेक्ट्रोन नीचे की तरफ आ जाते है तथा प्रोटोन उपर की और चले जाते है | जब बादलो में नेगेटिव चार्ज नीचे की तरफ काफी बाद जाता है तो वह अपनी तरफ पॉजिटिव चार्ज को खींचता है | बादलो के सबसे नजदीक पृथ्वी होती है | इस पृथ्वी में काफी पॉजिटिव चार्ज होता है | जिससे पॉजिटिव चार्जे तथा नेगेटिव चार्ज के तेजी से टकराने पर तड़ित या बिजली उत्पन्न होती है |
ये बिजली गिरने की प्रक्रिया बहुत ही कम समय के लिए होती है लेकिन इसमें काफी ज्यादा वोल्टेज उत्पन्न होता है जिससे काफी ज्यादा आवाज उत्पन्न होती है | तथा यह काफी खतरनाक हो सकता है |


बिजली ज्यादातर ऊँचे स्थानों तथा ऊँची बिल्डिंग के उपर ज्यादा गिरती है | क्योंकी ये बादलो के सबसे नजदीक होती है | यही कारण है कि पहाड़ियों पर बिजली ज्यादा गिरती है |

क्या सोलर पैनल के उपर बिजली गिर सकती है ?


साथियो, यह जरुरी नहीं है कि बिजली सिर्फ ऊँचे स्थानों पर ही गिरेगी | यह आपके घर पर भी गिर सकती है | अगर आपने तड़ित से बचाव के लिए पूरा इंतजाम नहीं किया है तो आपके घर को नुकसान हो सकता है तथा आपके घर के बिजली के उपकरण जल सकते है | इसलिए बड़े सोलर सिस्टम व बड़े घरो की छतो में तड़ित से बचाव के लिए हमेशा लाइटिंग अर्रेस्टर तथा अर्थिंग किट लगाया जाता है |


तड़ित या आसमान की बिजली से घर को कैसे बचाए


सोलर पैनल को तड़ित से बचाने के लिए हम लाइटिंग अर्रेस्टर तथा अर्थिंग किट लगाया जाता है | लाइटिंग अर्रेस्टर को घर की सबसे उपर की छत पर लगाया जाता है | इसकी पेड जमीन के अन्दर अर्थिंग में लगा दी जाती है | जिससे अगर कभी हमारे घर के उपर बिजली गिरती है तो यह लाइटिंग अर्रेस्टर बिजली को अवशोषित कर लेता है | तथा बिजली लाइटिंग अर्रेस्टर में से होती हुई अर्थिंग किट से जमीन के अन्दर चली जाती है | तथा किसी तरह का नुकसान होने से बच जाता है |

लाइटिंग अर्रेस्टर के कंपोनेंट या भाग


लाइटिंग अर्रेस्टर रॉड


यह तांबे की बनी हुई एक नुकीली कांटेनुमा रॉड होती है, जिसका वज़न 2 से 3 किलो तक होता है | इसे घर की उपरी छत पर लगाया जाता है |

अर्थिंग रॉड


यह अलग अलग मटेरियल की आती है | तथा यह एक केमिकल रॉड भी होती है जिसमे GI ( गेल्वेनानाइज्ड आयरन ) पाइप में अलग अलग केमिकल भरे होते है | जिससे यह लाइट को ज्यादा अवशोषित करती है | इसकी जगह तांबे का पाइप भी काम में ले सकते है | इसकी ऊंचाई 6 से 7 फीट होती है |

अर्थिंग कंपाउंड


यह एक केमिकल कंपाउंड होता है जिसे अर्थिंग रॉड को जमीन में गाड़ने के लिए गड्डे में भरा जाता है | कई लोग इसकी जगह मिट्टी, कोयला, तथा नमक डालते है लेकिन इन सभी अपेक्षा अर्थिंग कंपाउंड प्रभावी रहता है | इसकी क्षमता ज्यादा होती है | अर्थिंग कंपाउंड दो तरह का आता है एक काले कलर का तथा दूसरा भूरे कलर का | लोग ज्यादातर काले कलर का अर्थिंग कंपाउंड डालते है लेकिन भूरे कलर का ज्यादा प्रभावी रहता है |

वायर या GI स्ट्रिप


वायर का उपयोग लाइटिंग अर्रेस्टर से अर्थिंग रॉड को जोड़ने के लिए होता है | यह वायर 16 mm का होना चाहिए | इसके अलावा काफी लोग GI स्ट्रिप को काम में लेते है जो 25*3 mm की होती है | GI स्ट्रिप में आपको इन्सुलेटर लगाने होते है जिससे स्ट्रिप का कांटेक्ट घर से न हो सके |

एसेसरीज


आपको यहाँ पर कुछ छोटी मोटी एसेसरीज जैसे इन्सुलेटर, बड़ी नटे तथा कुछ छोटे मोटे बोल्ट की जरुरत पड़ती है |

Lightning Arrestor Price ( कीमत )

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सोलर पैनल के लिए बाज़ार में लाइटिंग अर्रेस्टर की कीमत लगभग 5 से 8 हजार रुपये होती है | लेकीन तथा इसके इंस्टालेशन तथा लेबर चार्ज ( गड्डा खोदने के लिए ) का खर्च आपको अलग से देना होता है |

लाइटिंग अर्रेस्टर को इनस्टॉल कैसे करे तथा सावधानियां


लाइटिंग को कई लोग स्ट्रक्चर के उपर ही इन्स्टाल कर देते है | यह गलत होता है | इसे आपको सेपरेट इनस्टॉल करना पड़ता है | तथा यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इसकी छाया आपके सोलर पैनल के उपर नहीं पदनी चाहिए |
दूसरी बात आपको यह ध्यान रखनी है कि लाइटिंग अर्रेस्टर किसी भी चीज के संपर्क में न रहे | न ही सोलर पैनल के और न ही छत के सम्पर्क में या हो इसका ध्यान रखना चाहिए |
तीसरी सावधानी यह रखनी है कि लाइटिंग अर्रेस्टर के लिए आपको अलग से अर्थिंग देनी होगी | इसे घर की नार्मल अर्थिंग में नहीं जोड़ना चाहिए |

Lightning Arrestor इंस्टालेशन प्रोसेस

लाइटिंग अर्रेस्टर को आप अपने घर की उपरी छत के किसी कोर्नर पर इनस्टॉल करें | यह ध्यान रखना चाहिए कि यह आपके छत के भी सम्पर्क में न रहे | इसके लिए आप इन्सुलेटर का प्रयोग करें | इसके बाद आप वायर या GI स्ट्रिप के प्रयोग से इसे अर्थिंग रॉड तक जोड़ दीजिये | स्ट्रिप में इंसुलेटर्स का प्रयोग करें | जिससे ये आपके दीवार के संपर्क में न आए |
इसके बाद आपको एक 8 से 10 फीट गहरे गड्डे की जरुरत पड़ती है | इसमें आप अर्थिंग रॉड को गाड़े | तथा केमिकल कंपाउंड को इसमें डाल दीजिये तथा उसके उपर आप मिट्टी डाल सकते है | इसके टॉप कोर्नर पर आप लाइटिंग अर्रेस्टर के वायर को कनेक्ट कर दीजिये |


ये आपका लाइटिंग अर्रेस्टर का इंस्टालेशन हो चूका है |

लाइटिंग अर्रेस्टर के फायदे तथा नुकसान


मित्रों लाइटिंग अर्रेस्टर को लगाने के फायदे ही फायदे है, नुकसान बहुत कम होता है | इसका फायदा यह है कि एक तो यह आपके घर को तथा इलेक्ट्रोनिक उपकरणों को बिजली गिरने से नष्ट होने बचाता है | तथा सोलर पैनल को भी नुकसान नहीं होने देता है |


इसका नेगेटिव पॉइंट बस यही है कि अगर आपने लाइटिंग अर्रेस्टर को सही से तथा प्रोपर तरीके से इनस्टॉल नहीं करवाया है तो आपके घर को बिजली से नुकसान होगा | इसे इनस्टॉल करने का सही तरीका हमने आपको उपर बताया है |

आसान भाषा में समझने के लिए आप यह विडियो देखे

साथियों, आशा करते है कि आपको इस आर्टिकल को पढने के बाद लाइटिंग अर्रेस्टर को इंस्टाल करने सम्बंधित सारी जानकारी प्राप्त हुई होगी,

धन्यवाद |

गमेर सिंह राणावत

टेक मेवाड़ी टीम

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