Raniya Dhuni Temple Dunga ji Maharaj (Balak Raval ji ) History
श्री श्री 1008 श्री डुंगा महाराज एक तपस्वी महापुरुष थे जिन्होंने जातिधर्म मतभेद को मिटाया और मेवाड़ की पावन धरा पर रणीया ग्राम के पास धुणी डालकर (Raniya Dhuni ) घोर तपस्या की आज भी यहाँ पर सभी धर्म के भक्त आते है !! रणीया धुणी उदयपुर से 70 किलोमीटर और चित्तोडगढ से 80 किलोमीटर पर भीण्सडर – सलुम्बर मुख्य सडक पर तोरण द्वार से 1 किलोमीटर अंदर पश्चिम दिशा में स्थित है !!
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श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) का जीवनकाल
श्री डुंगा महाराज का जन्म मेवाड़ की पुन्य धरा राजस्थान राज्य के उदयपुर जिले के एक छोटे से ग्राम कापड़ीयो का खेड़ा में सन 1891 में हुआ !! जन्म नाम डुंगा जी से प्रसिद्ध हुए और पिता जी का नाम भेराजी मेघवंशी था !!
बावजी बड़े होकर अमरपुरा (खालसा) ग्राम आकर बसे यहाँ से कुछ समय बाद खेरोदा धूनी श्री दोला रावल जी को गुरु बनाए और साथ रहने लगे और गुरूजी ने उनका नाम बालक रावल जी रखा तब से बावजी बालक रावल जी के नाम से प्रसिद्ध हुए !! दोला रावल जी के गुरु जी श्री देवल रावल जी लोहार हुए जो डुंगा जी के दादा गुरूजी जी थे !!
बावजी कुछ समय बाद खेरोदा छोड़कर फलाडोर ग्राम गए वहा पर शिवजी व धुणी की स्थापना करने लगे लेकिन ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया वहा से फिर बावजी रणीया ग्राम गए !!
श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) का रणीया धूणी की स्थापना (Raniya Dhuni)
बावजी फलादोर से रणीया ग्राम आये और यहा पर ग्रामीणों ने अच्छा साथ दिया और ग्राम से दक्षिण दिशा में एक इमली के पेड़ के निचे बैठकर तपस्या करने लगे
साथ ही विक्रम संवत 1963 में इमली के पेड़ (वर्तमान समाधी स्थल) से 500 मीटर पच्शिम में पहाड़ी की ढलान शांत वातावरण में धुणी की स्थापना की साथ ही भोलेनाथ जी की स्थापना की धीरे धीरे धुणीमाता जी, हनुमान जी, पहाड़ी पर वट वर्कश के निचे आवरी माता जी की स्थापना की साथ ही एक बावड़ी का निर्माण किया यह सब आज वर्तमान में यहा पर मोजूद है !!
श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) के चमत्कार
बुजुर्गो के अनुसार बावजी के कई सारे चमत्कार सामने आये है सबसे पहला चमत्कार जब मेवाड़ में अकाल पड़ा तब पानी की समस्या हुई आस – पास के ग्राम वासी साथ ही पशुओ के पिलाने के लिए पानी नही मिला तब रणिया ग्राम के वासियों ने बावजी से अरदास की बावजी ने 3 दिन रात्रिकालीन तपस्या करके पत्थर से पानी निकाला जो आज भी मोजूद है पानी का नाला जिससे ग्रामीणों को पानी की समस्या दूर हुई !!
बावजी का दूसरा चमत्कार एक बार 3 जगह से सत्संग का बुलावा आया एक दिन और समय का बावजी ने स्वीकार कर दिया और तीनो जगह पर एक ही समय में उपस्थित रहे साथ ही धुणी पर भी दिखाई दिए !!
बावजी का तीसरा चमत्कार बुजुर्गो के अनुसार ऐसा कहा जता है की बावजी हर रोज सुबह रामदेवजी कि आरती में रामदेवरा मोजूद रहेते थे साथ ही रणीया में भी !!
डुंगा महाराज ( बालक रावल जी ) रणीया धुणी का सम्पूर्ण इतिहास – History of Raniya Dhuni – Mewar TV
श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) का महाराजा के साथ सम्बन्ध
डुंगा जी एक महापुरुष होने के कारण सभी धर्म के भक्त आते थे यहाँ तक की उदयपुर रावजी महेंद्र सिंह जी, भिंडर महाराज, गुलाब सिंह जी शक्तावत साहब ने तो 50 वर्ष तक बावजी के साथ रहे बावजी के कई सारे शिष्य भी हुए !!
श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) की समाधी
बावजी ने धीरे धीरे 105 वर्ष की आयु को पूर्ण करके जीवन लीला समाप्त करने के लिए जीवित समाधी लेने का निर्णय लिया लेकिन प्रशासन की अनुमति नही होने के कारण कुछ समय बाद श्वास रोक लीतब श्री गुलाब सिंह जी शक्तावत दिल्ली थे तो समय पर नही आने से बावजी को 24 घंटे तक समाधी नही दी ग्रामीणों का कहना है की रात्रि 12 बजे बावजी की जब महा आरती हुई तब देह से पसीना निकला यह बावजी का अंतिम चमत्कार था फिर 6 अगस्त 1996 को यहाँ पर महा समाधी दी गयी जो आज वर्तमान में पूरी तरह से चांदी से जडित है !!
श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) के शिष्य
वेसे तो बावजी के कई सारे शिष्य हुए चतर लाल जी आदि लेकिन श्री हिरा रावल जी ने बावजी के चरणों में रहकर सेवा की अंत में 19-8-2021 को महा समाधी दी उसके बाद आज वर्तमान में श्री रमेश रावल जी बावजी के चरणों में सेवारत है !!
वर्तमान में रणीया धुणी सर्व समाज की आस्था
बावजी के यहाँ पर सर्व धर्म हिन्दू, मुस्लिम एव सर्व जाती के भक्त आते है और अपनी मन्नते पूरी करते है यहा पर निःसंतान को संतान की प्राप्ति होती है रोग, क्लेश विकार आदि से छुटकारा मिलता है
बुजुर्गो के अनुसार एक सलुम्बर के मुस्लिम धर्म का भक्त हर रोज सुबह बावजी के दर्शन करके फिर चाय नास्ता करता था एक बार बावजी चितोड़ गड गए हुए थे तो भक्त भी चितोड़ जाकर दर्शन करके फिर चाय नास्ता किया !!
रमेश महाराज का कहना है आज मुस्लिम भक्त के वंशज यहाँ पर आते है कुछ समय पहले उनके पोते कुवेत से यहाँ धुणी पर नवजी के दर्शन करने आये है !!
चाहे आप किसी भी मजहब धर्म से है आप जरुर पधारे बावजी के चरणों में !!
श्री डुंगा महाराज (बालक रावल जी) रणिया धुणी का वर्तमान सुविधा
बावजी के यहाँ वर्तमान में हर तरह की सुविधा उपलब्ध है रहेने के लिए सराय बनी हुई है खाने – पिने के लिए, प्रसादी करने के लिए उचित सुविधा है हर रोज बावजी के यहाँ भक्तो का आना जाना बना रहता है !!
नोट – यह जानकारी स्थानीय देवस्थान के पुजारी, ग्रामीण, बुजुर्गो एव सेवा समिति सदस्यों के द्वारा प्राप्त की गयी है इसमें किसी भी प्रकार की त्रुटी होने पर मेवाड़ टीवी चैनल जिम्मेदार नही है !!
धन्यवाद !!
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