तेल एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो हर घर में प्रयुक्त होता है | इसके बिना हम खाना बनाने के बारे में सोच भी नहीं सकते है | चाहे वह सब्जी बनाने में इसका उपयोग हो या या कोई और व्यंजन बनाने में | हम तेल का उपयोग खाना बनाने के लिए हमेशा करते है |
अब बात यहाँ पर आती है कि हम कौनसा तेल खाए जिससे हमारे शरीर को कोई नुकसान न पहुंचे तथा हम एक स्वस्थ जीवनयापन कर पाए | यहाँ हम तेल के उपयोग के बारे में जानकारी देने वाले है |
इसके साथ ही एक ऐसी मशीन के बारे में भी आपको बताने वाले है जिससे आप अपने घर पर खुद सोयाबीन, सरसों तथा अन्य खाध्य पदार्थो का तेल निकाल कर उपयोग कर सकते है | इस मशीन की बनावट रिव्यु तथा इसकी कीमत आदि सभी प्रकार के फिचर्स के बारे में चर्चा करने वाले है |
पुराने ज़माने किस प्रकार तेल निकाला जाता था ?
कच्ची घाणी तेल को पारंपरिक विधि से कोल्हू पर लगी मशीन से तैयार किया जाता है | पुराने ज़माने में कोल्हू के साथ बैल को बांध कर घुमाया जाता था तथा अब इसकी जगह मशीन लगा दी जाती है जिससे तेल आसानी से निकल जाता है |

इसमें कई प्रकार के तेल होते है जैसे नारियल का तेल, पिली सरसों, काली सरसों, मूंगफली का तेल, तिल का तेल, बादाम का तेल आदि |
डॉक्टर्स तथा हमारे वेद तथा शास्त्र भी यही कहते है कि हमें तेल को बदल बदल कर खाना चाहिए यानि अलग अलग मौसम में अलग अलग तेल को खाना चाहिए | जैसे सर्दी के मौसम में हमें तिल का तैल खाना चाहिए | वहीँ गर्मी के मौसम में नारियल का तेल खाना चाहिए | बारिश में मूंगफली का तेल अच्छा रहता है |
इस तरह से सभी प्रकार तेलों के फायदे हमें मिलेंगे |
आज का रिफाइंड तेल किस प्रकार हमारे लिए हानिकारक है ?
रिफाइंड ऑइल बाज़ार में मिलने वाल खाद्य तेल होता है जो हम सुपर मार्केट या राशन की दुकान से खरीद कर लाते है | यह तेल केमिकल रिफाइंड तेल होता है जो विभिन्न प्रकार के केमिकल्स जैसे हेक्सेन को मिलाकर बनाया जाता है | जैसा की इस पर लिखा होता है कि डबल रिफाइंड ऑइल |
इस तेल को खाने से हमारे शरीर में बेड कोलेस्ट्रोल बढ़ता है | तथा धीरे धीरे हमारे शरीर में दिल की नलियाँ ब्लोक होने लगती है | इससे हार्ट अटेक, ब्रेन स्ट्रोक आदि बीमारियाँ हो जाती है |



मिनी आयल प्रेस मशीन का ओवरव्यू
इस मशीन की कम्पनी की बात करे तो यह मशीन RELQUE कम्पनी की मशीन है जिसे एक 65 साल के वृद्ध भारतीय ने बनाई है | यह कम्पनी बिलकुल मेड इन इण्डिया कम्पनी है | इस कम्पनी के नाम RELQUE का अर्थ कुछ इस प्रकार है :-
REL = Reliable
QUE = Quality
यानि कि इस मशीन की क्वालिटी बिलकुल भरोसेमंद क्वालिटी है |
इस मशीन की बनावट कुछ ऐसी है कि पहली नजर में आपको इस मशीन का लुक पसंद न आये लेकिन जब इस मशीन की टेक्नोलॉजी को आप देखेंगे तो आप इस मशीन को अपने लिए काफी उपयोगी समझेंगे |
इसे आसान भाषा में समझने के लिए विडियो देखे
मिनी आयल प्रेस मशीन की बनावट
इस मिनी आयल प्रेस मशीन में आगे की तरफ एक हीटर लगा हुआ है जिसमे जो मशीन के आयल प्रेस कोड को गर्म करता है | इस मशीन में उपर की तरफ के हूपर है जिसमे आप ऊपर से इसमें दाना डालते है जिससे आयल निकलता है | इस मशीन में अन्दर की तरफ एक मोटर लगी हुई है जिसके बारे में हम आगे बात करने वाले है | इस मशीन का फोटो आप निचे देख सकते है |



मिनी आयल प्रेस मशीन के भाग या फंक्शन्स
हीटर
इस मिनी आयल प्रेस मशीन के हीटर की अगर हम बात करे तो यह इस मशीन के आयल प्रेस कोड पर लगा हुआ है जिससे यह इस कोड की रोड को गर्म कर देता है तथा इससे तेल को निकालने की प्रक्रिया होती है | अगर हमें इस मशीन को कही पर ट्रांसपोर्ट के जरिये ले जाना होता है तो हम इसके कोड को इसमें लगी चाबी से निकाल सकते है तथा इस हीटर को भी इस कोड से आसानी से निकाल सकते है | हीटर गर्म होता है तो आप इसके साथ आये हुए ग्लब्स की मदद से इसे निकाले |



होपर
इस मशीन के उपर की साइड पर ये होपर दिया होता है जिसमे आपको जिस बीज का तेल निकालना होता है उस बीज को आप इसमें डालते है |
यह होपर इस मशीन पर बहुत ही छोटा दिया गया है, जिससे आपको बार बार इस मशीन में बीज डालने पड़ते है, लेकिन भारत जुगाड़ लगाने में सबसे आगे है | तो यहाँ पर भी हम एक जुगाड़ लगाते है |
इस होपर के ऊपर की साइड पर हम पानी के केम्पर की बड़ी बोटल के पीछे वाले भाग को काट कर लगा देते है तथा उसमे आप बहुत सारे एक साथ बीज डाल कर आप आराम से तेल को निकाल सकते है तथा आपको बार बार बीज डालने की आवश्यकता नहीं पड़ती | ( जैसा कि फोटो में दिखाया गया है | )



मोटर की क्षमता कितनी है ?
इस मशीन के अन्दर 180 W का मोटर दिया गया है तथा 120 W वाट का हीटर दिया गया है, यानि कि कुल मिलाकर 300 वाट की ही बिजली ये मशीन खपत करती है |
मिनी आयल प्रेस मशीन को कैसे यूज़ करें ?
इस आयल मशीन के पीछे की साइड में आपको एक पॉवर केबल मिलती है जिसका एक सिरा आप मशीन के पॉवर सॉकेट में लगा दीजिये तथा दूसरा सिरा आप ग्रीड में लगा दीजिये |
इसके बाद जैसे ही आप पॉवर को चालू करते है तो मशीन के पीछे का फैन चालू हो जाता है |
इसके बाद आपको मशीन के साइड में एक लाल बटन दिया गया है जिसे ओन करते ही मशीन का हीटर चालू हो जाता है जो मशीन को गर्म करता है | अगर आप तेल निकालना शुरू करते है तो इससे पहले कम से 7 से 10 मिनट तक आपको इस हीटर को ओन रखना पड़ेगा |



इसके दूसरी साइड में आपको ब्लैक कलर का बटन दिया गया है जिसे दबाते ही आपका मशीन चालू हो जाता है तथा मशीन में आपने अगर बीज डाल रखे है तो आयल निकलना शुरू हो जाता है | इस बटन को जैसे आप बीच में दबाते है तो तेल निकालने की प्रोसेस बंद हो जाती है | जैसे आप इसे उपर की साइड में दबाते है तो यह मशीन उल्टी घूमना शुरू हो जाती है |
अगर तेल निकालते वक़्त कोई भी चीज अगर मशीन में फंस जाती है तो आप इसे उल्टा घुमाकर निकाल सकते है |
लाइव डेमो हकीकत
जब इस मशीन से अलग अलग प्रकार के बीजों का तेल निकाला तो हमें कई अलग अलग परिणाम प्राप्त हुए | क्योकि सभी बीजों से समान मात्रा में तेल नहीं निकलता है किसी में कम निकलता है तो किसी में थोडा ज्यादा प्राप्त होता है |



इसमें हमने जब अलग अलग बीजो से तेल को निकाला तो निम्न परिणाम प्राप्त हुए |
सोयाबीन 1 kg = 68 ग्राम आयल ( 7 % )
अलसी 500 ग्राम = 136 ग्राम आयल ( 28 % )
मूंगफली 500 ग्राम = 209 ग्राम आयल ( 42 % )
तिल 500 ग्राम = 217 ग्राम आयल ( 43 % )



यानि कि इनमे से सबसे ज्यादा तेल तिल में से निकला है जो कि बहुत अच्छा परिणाम है | आप सोच रहे होंगे कि सोयाबीन का तेल इतना कम निकलता है तो मार्केट में सोयाबीन का तेल दुसरे तेल के मुकाबले सस्ता क्यों मिलता है | इसका कारण यह है कि सोयाबीन का तेल निकालने के बाद जो खली बचती है वो मार्केट में महंगी बिकती है | जो पशुओ के आहार के लिए, मुर्गी पालन में आदि कामो में उपयोग में ली जाती है | इसलिए सोयाबीन का तेल दुसरे तेलों के मुकाबले दाम में थोडा कम रहता है |
मिनी आयल प्रेस मशीन की कीमत तथा वारंटी कितनी है ?
इस आयल मशीन की कीमत 14 हजार 500 रुपये है | अगर आप GST के बेसिस पर इसे खरीदते है तो इसका GST अलग से भरना होता है |



साथ ही इस मशीन पर 2 साल की वारंटी दी जाती है |
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