राजस्थान क्या किसी भी प्रान्त में कर सकते है ड्रैगन फ्रूट वैसे तो यह मुख्य रूप से ववियतनाम, श्रीलंका, थाइलैंड व इजराइल मैं लोकप्रिय है लेकिन आप अपने खेत पर भी इसे लगा सकते है यह बाजारों में 150 रु से 200 रु प्रति किलो तक बिकता है
इस फल में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो कई सारे रोगों से लड़ने में सक्षम होती है
इसके फल से मधुमेह व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है ।
आइए जानते है इसके बारे में पूरी जानकारी खेती कैसे करे व क्या फायदे है ।।
ड्रेगन फ्रूट का परिचय
ड्रेगन फ्रूट वैज्ञानिक नाम हाइलोसेरेस अंडटस है जो केक्टस कुल का पौधा होता है | जो सामान्यतः ठन्डे कम वर्षा वाले स्थानों पर उगाया जाता है | यह मुख्यत: मलेशिया, थाईलेंड, मेक्सिको तथा वियतनाम जेसे देशो उगाया जाता है | भारत में इसका उत्पादन 1990 के दशक से बागवानी कृषि के रूप में किया जाता है | क्योंकी ड्रेगन फ्रूट एक बागवानी कृषि का पौधा होता है |
भारत में ड्रेगन फ्रूट की खेती गुजरात, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तथा आंध्र प्रदेश में मुख्यत: उगाया जाता है | भारत में ड्रेगन फ्रूट को “कमलम्” भी कहा जाता है |
ड्रेगन फ्रूट की खेती के लिए उचित जलवायु तथा मृदा
ड्रेगन फ्रूट मुख्यत: कम वर्षा तथा ठंडी, जलवायु वाले स्थानों पर उगाया जाता है | आर्द्र जलवायु से फलो की गुणवत्ता प्रभावित होती है |
ड्रेगन फ्रूट के लिए 50 से 100 सेमी वार्षिक वर्षा तथा 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान इसके लिए उपयुक्त माना जाता है |
इसके लिए अच्छे जल निकास वाली रेतीली दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है | यह तापमान में होने वाले परिवर्तनों के बीच भी जीवित रह सकते है |
ड्रैगन फ्रूट के पौधे कहाँ से खरीदे
इसके पौधे आप घर पर भी तैयार कर सकते है | लेकिन इसमें ज्यादा समय लग सकता है | इसलिए आप इसके पोधे अपने क्षेत्र की किसी नर्सरी से लेकर आइये | इससे इसमें समय कम लगता है | तथा फल भी जल्दी लगते है | इसकी खेती के लिए मिट्टी के PH का मान 5.5 से 7 तक उपयुक्त माना जाता है |
Dragon Fruit खेती हेतु खेत की जुताई
इसके लिए आपको खेत की सबसे पहले अच्छी तरह से जुताई करनी चाहिए जिससे खेत से सारी खरपतवार नष्ट हो सके | जुताई के बाद खेत में जैविक खाद या वर्मी कंपोस्ट अनुपात के अनुसार डालना चाहिए |
Dragon Fruit plant की बुवाई
साथियों ड्रेगन फ्रूट एक केक्टस जाति का पादप है जिसे बढ़ने के लिए किसी मजबूत सहारे की आवश्यकता होती है | इसलिए हमें खेत में सबसे पहले 12*10 की दुरी के अंतर पर खंभे गाड़ने पड़ते है | ये खंभे आप सीमेंट से बने भी ले सकते है तथा पत्थर के भी | इन खम्भों की लम्बाई 8 फीट होनी चाहिए |
इसके बाद आप पोधे नर्सरी में से छांट कर ले आइये जिन्हें हम कलमे कहते है | ये कलमे 20 सेंटीमीटर जितनी बड़ी होनी चाहिए | अगर आप बीज से खुद पोधे तैयार करते है तो इसमें समय काफी लग सकता है | तथा इससे मूल पौधे के सारे गुण भी नए पौधे में नहीं आ पाते है | इसलिए बीज से पौधे तैयार करने की प्रक्रिया को वाणिज्यिक कृषि में सही नही माना जाता है | आप कलमे किसी पुराने ड्रेगन फ्रूट के पौधे काट छांट कर भी तैयार कर सकते है |
एक एकड़ में कितने पौधे लगेंगे
पौधो को लगाने के लिए आप एक खंभे के चारो और छोटे छोटे 1 – 1 फीट के चार गड्डे खोद दीजिये | तथा कलमे उन गड्डो में रोपित कर दीजिये | इसके साथ आप इसमें जैविक खाद तथा 100 ग्राम सुपर फास्फेट खाद दीजिये |
पौधो के बीच में कम से कम 1 – 1 मीटर की दुरी रखे | तथा इसके साथ आप गड्डो में थोड़ी रेतीली शुष्क दोमट मिट्टी भर दे क्योंकी ज्यादा जल भराव से भी ड्रेगन फ्रूट की वृद्धि रुक सकती है | इस तरह आप एक एकड़ के खेत में लगभग 1800 ड्रेगन फ्रूट के पौधे लगा सकते है |
इसके साथ आप सह फसल भी ले सकते है | क्योंकी ड्रेगन फ्रूट की पैदावार मिलने में लगभग 2 साल का वक्त लगता है | इससे अगर आपका खेत 2 वर्ष तक आपको कोई आमदनी न हो तो आपको नुकसान होता है | इसलिए आप इसके साथ पपीता, अमरुद आदि कई प्रकार की फसलें ले सकते है |
जैविक खाद तथा उर्वरक कितना देना चाहिए
मित्रों वैसे तो ड्रेगन फ्रूट की वृद्धि के लिए खेत की प्राक्रतिक ह्यूमस महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है | लेकिन आपको प्रत्येक पौधे को साल में 10 से 15 किलो जैविक कंपोस्ट खाद देना चाहिए | प्रत्येक वर्ष जैविक खाद की मात्रा 1 से 2 किलो बढानी चाहिए | इसमें आपको जैविक खाद के साथ साथ रासायनिक खाद भी देना होता है | ड्रेगन फ्रूट के लिए पोटाश 30 से 40 ग्राम, लगभग 100 ग्राम सुपर फास्फेट तथा 60 से 70 ग्राम यूरिया पौधे की वयस्क अवस्था में देना चाहिए |
ड्रैगन फ्रूट की खेती में कुल खर्च
साथियों, एक एकड में ड्रेगन फ्रूट के लिए आपको पौधे, खंभे, तथा टायर की जरुरत पड़ती है | पुराने टायर इसलिए खम्भों के उपर लगाते है क्योंकी ड्रेगन फ्रूट की शाखाये उपर जाकर फैलती है | तो वो टायर के सहारे झुक जाती है | तथा टूटती नहीं है |
ड्रेगन फ्रूट की एक एकड़ की खेती के लिए आपको पौधो, खम्भों, टायर, तथा खेत की जुताई तथा खम्भों को लगाने सहित 3 लाख रुपये का खर्च आता है |
ड्रैगन फ्रूट खेती से आमदनी
साथियों, ड्रेगन फ्रूट की खेती में जितना खर्च है उसकी तीन से चार गुना कमाई हो जाती है | एक एकड़ में से 2 साल बाद आपको लगभग 500 से 700 किलो ड्रेगन फ्रूट प्राप्त हो जाता है | जिससे इसका भाव भी अच्छा रहता है | जिससे आपकी 10 से 15 लाख की कमाई आराम से हो जाती है | इसके साथ आप सह फसल से भी कमाई करते है जेसे पपीता अगर आपने साथ में लगाया है तो आप साल भर में आराम से 4 से 5 लाख रुपये पपीता से भी कमाई कर सकते है |
ड्रैगन फ्रूट खाने से फायदे Benifit of dragon fruits
ड्रेगन फ्रूट के काफी सारे फायदे होते है | यह डायबिटीज़, अस्थमा, केंसर जेसी बीमारी के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है | यह काफी पोष्टिक होता है तथा मीठा होता है | इस फल को दवाइयां बनाने में भी काम में लिया जाता है | ऐसा कहा जाता है कि 1 किलो ड्रेगन फ्रूट में 10 किलो सेब जितने पोष्टिक तत्व पाए जाते है | इसमें विटामिन खनिज लवण भरपूर होते है |
साथियों, आशा करते है कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से ड्रेगन फ्रूट की खेती तथा फायदों के बारे में पूरी जानकारी मिली होगी जो आपके जीवन में कही न कही उपयोगी साबित होगी , धन्यवाद |
verry good ISKI JYADA JANKARI KE LIYE KAHA SAMPRAK KIYA JAYE PLEASE PROVIDE CONTACT PERSON AND NO …
[…] ड्रैगन के फलों की बहुत मांग है। तो, आप इसकी खेती से अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं। एक साल बाद फल लगने शुरू हो जाते हैं। फूल आने के एक महीने बाद, ड्रैगन फ्रूट कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं। स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी अच्छी मांग है जिससे आप अच्छी आय प्राप्त कर सकते है। […]