2 किलोवाट AC मोड्यूल सोलर सिस्टम से चलाये AC, गीजर, कूलर, चक्की, पानी पंप एव घर का पूरा लोड कैसे ? जाने टेक मेवाड़ी के साथ

2 Kw AC Module Solar Installation in Hanumangarh !!

इस ब्लॉग पोस्ट का मुख्य उद्देश्य जन जन तक AC सोलर की सचाई के साथ इंस्टालेशन प्रक्रिया को बताना है आइये देखते है AC मोड्यूल के बारे में !!

दोस्तों सोलर पैनल सूर्य की किरणों से बिजली बनाते है और सोलर पैनल के पीछे की साइड से 2 वायर (+) व (-) से जो इन्वर्टर तक ले जाते है वह डी सी करंट होता है यहाँ पर 2 किलोवाट के लिए 6 पैनल लगेंगे तो 6 पैनल से निकले हुए करंट को एक बड़े से इन्वर्टर की सहायता से ए सी करंट में बदला जाता है आज आपको ऐसे सोलर पैनल के बारे में बताने वाले है जो सीधा ए सी करंट बनाते है इस प्रकार के सोलर पैनल में हर सोलर पैनल के साथ अलग अलग छोटे – छोटे इन्वर्टर लगाया जाता है जिन्हें माइक्रो इन्वर्टर कहा जाता है

 

छत पर लगे हुए ए. सी. सोलर पैनल

 

आइये दोस्तों अब जानते है कैसे सही तरीके से 2 किलोवाट ए सी सोलर पेनल का इंस्टालेशन किया जाता है

आवशयकता

१. सोलर पैनल – 6 पैनल / 375 वाट

सोलर पैनल – 6 पैनल / 375 वाट

2. माइक्रो इन्वर्टर – 6

 

3. जी आई 3 पैनल स्ट्रक्चर – 2 (आगे व पीछे के लेग, परलिन, राफ्टर, बेस प्लेट, नट बोल्ट, फार्सनर

आगे व पीछे के लेग, परलिन, राफ्टर

 

बेस प्लेट
फार्सनर

 

4.ए सि क्यु केबल

एसिक्यु केबल

5. डी सि क्यु केबल

6. तडित चालक

तडित चालक

7. अर्थिंग

अर्थिंग

 

सोलर स्ट्रक्चर तैयार करना

सबसे पहले छत का दक्षिण दिशा किस और है यह पता करने के लिए हम कम्पास का उपयोग कर सकते है हमेशा सोलर पैनल दक्षिण दिशा की और रखकर लगाये जाते है सोलर पैनल को कितने एंगल में लगन है यह जानने के लिए अपने राज्य का अक्षांश देखना होता है जेसे राजस्थान का आप 23 डिग्री अक्षांश से लेकर 29 डिग्री अक्षांश इस मानचित्र में देख सकते है

 

 

अब हमें आगे व पीछे के लेग लगाने है ध्यान रहे लेग का c टाइप पश्चिम दिशा की और रखना है अब इस पर हम राफ्टर लगायेंगे और उस पर बेस प्लेट लगायेंगे यहाँ पैर यह देखना है की राफ्टर पैर बेस प्लेट की अंतिम चोर पर थोडा खली स्पेस है या नही यदि नही है तो यह गलत है अगर एस किया तो जब सोलर पेनल लगायेंगे तब पेनल के छेद नहीं पाएंगे और पेनल के बोल्ट को लगते समय दिक्कत आएगी !! आप राफ्टर को उल्टा कर देंगे तो सही हो जाएगा !! और इस पर बेस प्लेट लगा देंगे !!

अब आपको इस पर परलिन लगाना है इसमें आपको 2 छेद पर्लिन के अंतिम छोर में और 2 पहले इसमें आपको नट बोल्ट की सहायता से बेस प्लेट पर लगाना है ! और सही तरह से 19 नम्बर चाबी की सहायता से अच्छे कस देंगे और इस प्रकार से दूसरा सोलर स्ट्रक्चर भी तैयार कर लेंगे ! ध्यान रहे स्ट्रक्चर हमेशा जी आई कोटेड होना जरुरी है !!

सोलर पैनल इंस्टालेशन

दोस्तों सोलर पेनल को स्ट्रक्चर पर लगाना बहुत ही आसान काम है बस थोडा सा ध्यान रखना होता है की पेनल का जंक्शन बोक्स उपरी भाग की और रहना चाहिए और पेनल को स्ट्रक्चर पर अच्छे तरीके से कसना है ताकि तेज हवा. आंधी में भी उड़े नही !! इसी प्रकार से हम 6 ही पेनल को स्ट्रक्चर पर रख देंगे

 

 

माइक्रो इन्वर्टर इंस्टालेशन

दोस्तों कही सारे पेनल के साथ में ही माइक्रो इन्वर्टर पेनल के पीछे के सिदे में जुड़ा हुआ आता है कही के साथ में अलग से आता हैं इसे आप पेनल के पिच्छे या परलिन पर लगा सकते है

डी सि क्यु केबल कनेक्शन

आपको सोलर पेनल के साथ में मिलगी डी सि क्यु केबल जिसका एक सिरे जिसमे (+) व (-) टर्मिनल को सोलर पेनल के टर्मिनल से जोड़ेंगे व दूसरी और का टर्मिनल हम डी सि क्यु कनेक्टर पर जो एक छोटी सी एल इ डी के उपर कीओर लगायेंगे !!

डी सि क्यु केबल कनेक्शन

 

ए सि क्यु केबल कनेक्शन

यहाँ पर आपको मिलेगा ए सि क्यु केबल जो की एक सीरिज में होगी जिसका एक टर्मिनल आपको माइक्रो इन्वर्टर के उपर ए सि क्यु कनेक्टर पर लगाना होता है और दूसरा दुसरे पेनल के इन्वर्टर में लगायेंगे इस तरह सभी इन्वर्टर में लगाने के बाद रहेगा शेष 2 वायर जिसे हम निचे सप्लाई में देंगे

ए सि क्यु केबल कनेक्शन

 

एनर्जी मीटर

दोस्तों अब आप दोनों वायर इ केबल को निचे की और लायेंगे जिसे धुप से बचाने के लिए प्लास्टिक के पाइप का उपयोग करेंगे और यहाँ पर एक सोलर कितना यूनिट बिजली बनाएगा इसकी जानकारी लेने के लिए हम यहाँ पर सब मीटर लगायेंगे उपर से आरहे दोनों वायर को इनपुट व दो वायर आउटपुट निकालेंगे !!

एनर्जी मीटर

चालू – बंद MCB

दोस्तों अगर आप ए सी सोलर लगवा रहे है तो आपको नेट मिटरिंग करवाना अनिवार्य होता है अन्यथा आप जहा पर सोच रही है बिल कम हो जाएगा वाही कही गुना बढ़ भी सकता है इसके लिए आप जब तक नेट मिटरिंग हो तब तक आप एक MCB लगा सकते है मीटर से निकले दो आउटपुट वायर मकब में इनपुट देंगे और दो वायर आउटपुट वाले हम ग्रिड के मुख्य सप्लाई बोर्ड में लगायेंगे इस तरह आपका कनेक्शन पूरा हो जाता है !!

तड़ित चालक (Lightning Arrester)

जब आप सोलर सिस्तटम लगवा देते है लेकिन आप देखते है बारिश के दिनों में सोलर पेनल पर आकाशीय बिजली गिरने से नुकसान हो जाता है इससे बचाने के लिए है जिसका उपयोग करते है उसे तड़ित चालक (Lightning Arrester) कहते है !! तड़ित चालक (Lightning Arrester) के लिए एक धातु का चालक छड़ होती है, जिसे ऊंचे भवनों की छत पर सोलर सिस्टम की रक्षा करने के लिए लगाते है . तड़ित चालक का ऊपरी सिरा नुकीला और इमारतों के सबसे ऊपरी भाग में सोलर के पास में लगा दिया जाता है. यह तांबे के तार से जोड़कर निचे अर्थिंग की तरह जमींन में गड दिया जाता है !!

आप यहाँ से देख सकते है तड़ित चालक को कैसे लगाया जाता है

अर्थिंग

आपको यहाँ पर दो अर्थिंग करना होता है पहला डी सी व दूसरा ए सी अर्थिंग आइये जानते है क्यों जरुरी है अर्थिंग

  • यह बिजली के झटकों को रोककर लोगों को सुरक्षित रखता है।
  • बिजली के उपकरणों और उपकरणों को सर्किट के माध्यम से चलने से अत्यधिक वर्तमान को रोककर क्षति को रोकता है।
  • यह आग के जोखिम को रोकता है जो अन्यथा वर्तमान रिसाव के कारण हो सकता है।

आप यहाँ से विडियो देख सकते है अर्थिंग केसे लगाया जाता है !!

 

नेट मीटरिंग

दोस्तों अगर आप AC मोड्यूल सोअर सिस्टम लगा रहे है तो आपको यहाँ पर नेट मीटरिंग करवाना अनिवार्य होता है अन्यथा आपका बिल और बढ़ जायेगा इसकी प्रक्रिया थोड़ी सी लम्बी होती है सबसे पहले अपने मीटर का लोड कम है तो इसे बढ़ाना पढता है और फिर एक फाइल भरी जाती है यह साडी प्रक्रिया डीलर कर लेता है ग्रिड कार्यालय से मिलकर यहाँ पर आको मीटर के लोड का 80 प्रतिशत ही सोलर लगाने की अनुमति मिलती है !!

मुझे विश्वास है यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हुई होगी कोई सवाल हो या सुझाव हो तो आप मुझे कमेन्ट कर सकते है

धयवाद !!

लेखक ; – गमेर सिंह राणावत

 

5 Comments

  1. Hira sonisays:

    हेलो सर मैं बाड़मेर राजस्थान से हूं मुझे 2 किलो वाट मॉडलर सोलर सिस्टम चाहिए इसके लिए आप मुझे जल्दी से जल्दी संपर्क करें,9610323003par

  2. Rajnath Mishrasays:

    Dear!
    मैं दरभंगा बिहार मेंंरहता हूँ। क्या आप इस को हमारे यहाँ install कर सकते हैं। कुल खर्चा कितने होंगे और समय कितने लगें?
    राजनाथ मिश्र

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