अंजीर की खेती कैसे करे !! Fig Farming in Rajasthan

किसान साथियों आज हम जानेंगे अंजीर के पौधे कि खेती के बारे में| मित्रों अंजीर एक सदाबहार फल देने वाला एक छोटा पेड़ होता है| जिसकी आयु 40 से 50 साल तक होती है| इसका वानस्पतिक नाम “फिकस कैरिका” होता है| इसका रंग हल्का पिला, गहरा सुनहरा होता है| यह मध्य सागरीय क्षेत्र और दक्षिण पश्चिम एशियाई मूल का पौधा है| अंजीर विश्व के सबसे पुराने पेड़ो में से एक माना गया है|

उपयुक्त जलवायु :-

किसान साथियों अंजीर के पौधे के लिए यूँ तो भूमध्यसागरीय जलवायु उपयुक्त है, परन्तु यह उत्तर भारत के मध्य भूखंड की जलवायु भी इसके लिए उपयुक्त है| अगर अपने यहाँ राजस्थान कि बात करें तो राजस्थान कि जलवायु इसके लिए सबसे अच्छी है, क्योंकी इसके फल पकने के समय शुष्क जलवायु कि आवश्यकता होती है| अंजीर का पौधा भिन्न भिन्न जलवायु में भी हो सकता है|

उपयुक्त मृदा:-

किसान साथियों, अंजीर के लिए अगर हम उपयुक्त मृदा कि बात करें तो इसके लिए दोमट मिट्टी या मटियार दोमट तथा पिली मिट्टी जिसमे उत्तम जल निकासी कि व्यवस्था हो वह मिट्टी इसके लिए श्रेष्ठ रहती है| इसमें प्राय: खाद नही दी जाती है| अगर हम इसमें साल में 1 या 2 बार 20 से 25 किलो खाद दे तो यह अच्छी फसल के लिए उपयुक्त है| इसके लिए साल में बार बार सिंचाई कि आवश्यकता नहीं होती है| ग्रीष्म ऋतू में 1 या दो बार सिंचाई कर देना फसल के लिए लाभकारी होता है|

पौधे कैसे तैयार करें :-

अंजीर की खेती मुख्यत: नर्सरी में तैयार कलमों द्वारा कि जाती है| ये कलमे 1 से 2 सेंटीमीटर मोटी, 15 से 20 सेंटीमीटर लम्बी होती है| सर्दियों में इनके पैतृक पौधो से कलमे लेकर इन्हें 1 से 2 माह तक कैल्सिंग के लिए मिट्टी में दबाया जाता है| जब बसंत ऋतू समाप्त हो रही होती है तो इन कलमों को निकालकर 15*15 सेंटीमीटर कि दुरी पर नर्सरी में रोपित कर देते है|

नर्सरी कि क्यारियों में पौधो को रोपित करते समय 15 से 25 किलो देशी गोबर की खाद तथा 1 या 2 किलो पोटाश तथा फोस्फोरस का खाद डालना चाहिए| इनती ही खाद 1 महीने के बाद तथा 2 महीने बाद डालनी चाहिए|

खेत में रोपण:-

एक वर्ष के बाद इन पौधो को नर्सरी से लाकर खेत में रोपित कर देना चाहिए| ध्यान रहे एक से दुसरे पौधे के बीच की दुरी 15-15 फूट होनी चाहिए| प्रति वर्ष सुषुप्ति काल में इसकी कटाई छटनी करनी चाहिए क्योंकी नए फल हमेशा नयी डालियों पर ही लगते है|
फल हमेशा अप्रैल से जून में ही लगते है| तथा 1 से लगभग 1.5 वर्ष के पश्चात फल लगने शुरू हो जाते है| नयी फसलो में अब तो 8 से 9 महीनो में ही फल लगना शुरू हो जाते है| एक स्वस्थ पौधे में लगभग एक बार में करीब 800 से 900 फल लगते है|

अंजीर के साथ लेने वाली सहफसल :-

अगर आप अपने खेत में अंजीर के साथ सह फसल लेना चाहते है तो आप छोटी हाईट वाली फसलो की खेती कर सकते है| जैसे सोयाबीन, चना, उड़द आदि कि खेती आप सह फसल के रूप में कर सकते है लेकिन सह फसल हम जब पौधा तैयार हो जाये लगभग 3 वर्ष बाद कर सकते है| ज्यादा ऊंचाई वाली फसले आप इसमें नही बो सकते है|

अंजीर कि ड्राई प्रोसेसिंग :-

वेसे तो आप अगर अंजीर के फल को सीधा पेड़ से तोड़ कर बाज़ार में बेच सकते है| लेकिन यह 60 से 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है| इससे आपको ज्यादा मुनाफा नहीं होता है| अगर आप अंजीर की प्रोसेसिंग करके बाज़ार में बेचेंगे तो आपको ज्यादा मुनाफा होगा |
इसकी प्रोसेसिंग के लिए आपको सबसे पहले पेड़ से अंजीर के फल तोड़ लेने है| फिर इन्हें धो लेंगे| फिर हम शक्कर कि चाशनी तैयार करेंगे तथा उसमे साफ धोये हुए फलों को डालेंगे | फिर इन्हें गर्म पानी में डालेंगे जिसके बाद इन्हें सुखायेंगे | फिर ये थोड़े सख्त हो जाते है| वापस इन्हें गर्म पानी में डालेंगे तथा सुखा लेंगे | इसके बाद ये सॉफ्ट या नरम हो जायेंगे |

फिर इन फलो को हम मशीनों कि मदद से दबायेंगे जिससे ये एक पेड़े के आकार के हो जाते है| अगर आप ये दबाने की प्रक्रिया लेबर के साथ करेंगे तो आपको ज्यादा कॉस्टली पड़ेगा इसलिए यह प्रक्रिया मशीन द्वारा कि जाती है| मशीनों से दबाने के बाद इन्हें आप धागे में पिरो कर बाज़ार में बेच सकते है, जिससे इसका अच्छा आकार हो जाता है| यह फिर माला के आकार का हो जाता है| जो बाज़ार में 1000 से 1200 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है| अंजीर कि बिक्री आप ऑनलाइन किसी इ कॉमर्स साईट पर भी कर सकते है|

अंजीर के फायदे :-

अंजीर एक अत्यंत मीठा गूदेदार रेशे वाला फल होता है| जिसे हर व्यक्ति खा सकता है| अंजीर केल्सियम , रेशो, विटामिन A, B तथा C का अच्छा स्त्रोत होता है| इसमें पोटेशियम कि मात्रा भी भरपूर होती है जिससे यह डायबिटीज़ के रोगियों के लिए लाभदायक होता है| तथा रक्तचाप ठाठ शर्करा के स्तर को शरीर में नियंत्रित रखता है| अंजीर में केल्सियम बहुत होता है जिससे यह हड्डियों को मजबूत रखता है| इसमें उपस्थित रेशे वज़न को संतुलित रख कर स्त्रियों में स्तन कैंसर , तथा मीनोपोज़ कि तकलीफों को दूर करते है|

साथ ही आप इस dry fruit के रूप में भी खा सकते है| तथा यह अस्थमा, डायबिटीज़ तथा अगर आपकों कोलेस्ट्रोल लेवल कम करना है तो भी अंजीर आपके लिए फायदेमंद है|

अंजीर से आय :-

मित्रों अगर आप इसे एक एकड़ में बोते है तो आप इससे एक साल में लगभग 3 लाख रुपये का मुनाफा कमा सकते है| तथा इसे ऑनलाइन बिक्री करने पर ज्यादा मुनाफा होता है| तथा जैसे जैसे पेड़ बड़े होते जाते है वेसे वेसे आमदनी भी बढती जाती है|

आसान भाषा में समझने के लिए विडियो देखे

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धन्यवाद

लेखक – गमेर सिंह राणावत

सहायक – जीवन चौबीस हिन्ता

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